क्यों होता है क्यों होता है
कहीं दिन तो कहीं अंधकार कैसे होता है मैं सोचता हूं अक्सर ये संसार कैसे होता है। कहीं दिन तो कहीं अंधकार कैसे होता है मैं सोचता हूं अक्सर ये संसार कैसे होता...
मैं बंद कर दूँगा कोशिशें उन निर्मम स्मृतियों से भागने की तब शायद आओगी तुम और दे जाओगी कुछ और स्मृतिय... मैं बंद कर दूँगा कोशिशें उन निर्मम स्मृतियों से भागने की तब शायद आओगी तुम और दे ...
क्षितिज के तट पर जाकर हमको भूल जाता है क्षितिज को तकते-तकते हमको रोना आता है!! क्षितिज के तट पर जाकर हमको भूल जाता है क्षितिज को तकते-तकते हमको रोना आता है!!
बस मेरी एक ही आख़री तमन्ना है इस देश के लिये मुझे कुछ करना है बस मेरी एक ही आख़री तमन्ना है इस देश के लिये मुझे कुछ करना है
कोई तो है जो हर बात की हमारी खबर रखता है कोई तो है जो हम को अपनी उंगलियों पे नचाता है, कोई तो है जो हर बात की हमारी खबर रखता है कोई तो है जो हम को अपनी उंगलियों पे ...